सैर या भ्रमण का उत्तम समय सूर्योदय से पूर्व का है, जब वायु शुद्ध होती है, यातायात और वाहनों की गंभीर भीड़ नहीं होती, वातावरण शांत और प्रदूषण- रहित होता है| इस समय मन में उत्साह और शरीर तरोताजा होता है| सड़कों पर धूल और गंदगी ठीक नहीं होती| या अपेक्षाकृत बहुत कम होती है इसीलिए हमें प्रात कालीन समय पर सैर करने जाना चाहिए|
Morning walk: प्रात कालीन सैर के लाभ
सैर पर जाने से पहले नीचे दी गई क्रियाएं अवश्य पूरी कर लें|
1. सूर्योदय से कम से कम 2 घंटे पहले बिस्तर त्याग दे|
2. इसके बाद कुल्ली करके सामर्थ्य और रूचि के अनुसार के एक से दो ग्लास पानी पीले|
3. पानी पीने के 15 से 20 मिनट बाद शौचालय पर जाएँ|
4. इसके बाद दांत साफ कर दें और आंखों को ठंडा और ताजा पानी ले |
5. इसके बाद मौसम के अनुसार कपड़े और जूते पहनकर चलना आसान हो जाता है कपड़े भी टाइट या बहुत बंधे हुए नहीं होते क्योंकि ऐसा करने से सांस लेने में कठिनाई होगी और तंग या ढीले जूतों से आसानी से चला भी नहीं जाएगा | बेहतर तो यह होगा कि स्पोर्ट्स शूज पहने |
6. प्रात: सुबह की सैर के पहले धीमी गति से शुरू करें, बाद में धीरे-धीरे धीरे-धीरे लंबे कदमों से गति लें| यदि प्रारंभ में ही तेज चलेंगे तो लंबी दूरी तक नहीं जा पाएंगे और शरीर को जल्दी थक जाएगा | यदि किसी मार्ग में खुला और हरा - स्थान या पार्क हो तो वहां चहलकदमी करें, लंबी सांस लें और श्वास बाहर निकाले | सांस लेना और छोड़ने की गति में अंतर समान रखें, ताकि सांस फूलने न पाए|सैर से लौट कर ही स्नान करना शुरू न कर दे, अपितु अपने शरीर से अच्छी तरह पसीना पूछें और कुछ देर विश्राम करें| इसके बाद कुनकुने या गर्म पानी में एक नींबू का रस निचोड़ कर थोड़ा सा काला नमक और चीनी (मधुमेह के मरीज चीनी का प्रयोग करने की वजह से शुगर फ्री की एक से दो गोली डाल दें) या एक चम्मच शहद मिलाकर पी लें (मोटापे से ग्रहण) लोग चीनी का प्रयोग ना करें भले ही शहद मिला ले) इससे पेशाब खुलकर आता है और विषाक्त तत्व भी शरीर से बाहर निकल जाते हैं |
उपयुक्त क्रियाएं करने के बाद ताजा पानी या मौसम के अनुसार जल से स्नान करें इसके बाद अपना दैनिक कार्य शुरू करें| सैर निश्चित रूप से आप में एक अच्छा और लाभदायक व्यायाम है | इसलिए यह आपकी दैनिक क्रिया का अंग बन जाना चाहिए| बीमारी या मौसम खराब होने पर घर से बाहर ना जाए, अपितु घर के अंदर ही हल्का-फुलका एक्सरसाइज करें।
रात का खाना जल्दी करने की आदत डालें या सोने के तय समय से 3 घंटे पहले खाना लें| भोजन करने के बाद लेटना या सोना स्वस्थ और पाचन क्रिया के लिए हानिकारक है इससे भोजन पचन में ज्यादा समय लगता है| रात को भोजन करने के बाद थोड़ी दूर तक चल कर जाए याद रहे सुबह की सैर तेज गति से और रात की धीमी गति से होनी चाहिए|
प्रात:कालीन सैर के लाभ
● मोटे लोगों को सैर से विशेष लाभ होता है| उनका वजन धीरे-धीरे कम होने लगता है| ह्रदय और फेफड़े स्वस्थ एवं सांस की गति सामान्य होती है| शरीर में अतिरिक्त ऊर्जा की खपत होती है, समय पर भूख लगती है और पाचन क्रिया से पूरा शरीर स्वस्थ हो जाता है|
● सुबह जल्दी उठकर सैर करने से शरीर चुस्त-दरुस्त रहता है| थकान नहीं होती| लगातार काम करने की क्षमता बढ़ती जा रही है|
● पैर, बाजू, छाती, कंधे आदि का पूरा व्यायाम होता है
● मस्तिष्क को रक्त की पर्याप्त आपूर्ति होने से सोचने और मन लगाने की क्षमता बढ़ती है, साथ ही स्मरण शक्ति तेज होती है| मन की चंचलता दूर होकर व्यक्ति स्थित-प्रज्ञ हो जाता है|